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10 आरआईटी बनने थे, बजट में भरतपुर, बीकानेर, अजमेर के लिए की घोषणा

Jul 11

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10 आरआईटी बनने थे, बजट में भरतपुर, बीकानेर, अजमेर के लिए की घोषणा


IIT की तर्ज पर 3 इंजीनियरिंग कॉलेज बनेंगे आरआईटी,

300 करोड़ से रिसर्च व इनोवेशन की सुविधाएं होंगी डेवलप



250 करोड़ में रूम, लैब व सेंटर्स बनाए जाएंगे


प्रदेश के 10 संभागों में IIT की तर्ज पर RIT बनाएंगे


आरआईटी संस्थानों में करीब 300 से 500 एकड़ जमीन की व्यवस्था की जाएगी। संस्थानों में 5 से 7 कोर्स संचालित करने के लिए लेक्चर थियेटर 20 छोटे साइज के 100 विद्यार्थी क्षमता 5 बड़े लेक्चर थियेटर 250 स्टूडेंट क्षमता, 35 ट्यूटोरियल स्म प्रति 50 स्क्वायर मीटर, सेमीनार रूम 7, कॉन्फ्रेंस रूम 7 सेंट्रल वर्कशॉप 1 3 हजार स्क्वायर मीटर, 4000 स्क्वायर मीटर की लाइब्रेरी एक्जाम हॉल, स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, 50 कमरों की बिल्डिंग, इंक्यूबेशन व एक्सीलेंस सेंटर की जमीन, 2000 छात्रों का हॉस्टल, स्टाफ क्वार्ट्स, 60 कमरे में लैब प्रति लैब 100 स्वाक्यर मीटर करीब 30 करोड़ के इक्यूपमेंट की व्यवस्था आईआईटी की तर्ज होगी भूमि की लागत को छोड़कर 250 करोड़ रुपए प्रतिआरआईटी खर्च का अनुमान है।




राज्य सरकार के 100 दिन की कार्ययोजना में शुमार राजस्थान को तकनीकी शिक्षा

हब बनाने के विजन के पहले चरण में 3 संभाग मुख्यालयों पर आईआईटी की तर्ज पर राजस्थान प्रौद्योगिकी संस्थान (आरआईटी) बनाने की बजट में घोषणा हो गई। जिसमें भरतपुर, बीकानेर और अजमेर के इंजीनियरिंग कॉलेजों को करीब 250 करोड़ रुपए की लागत से आरआईटी में अपग्रेड किया जाएगा। जिसके पहले फेज में 100- 100 करोड़ रुपए आवंटित किए दिए गए।


सूत्रों की मानें तो सरकार का 10 संभाग मुख्यालयों पर 10 आरआईटी सेंटर शिक्षकों की भी होगी नियुक्तियां कमेटी की सिफारिशों पर सरकार की मुहर स्थापना का टारगेट था, मगर 7 आईटीआई पॉलिटेक्निक या इंजीनियरिंग कॉलेजों को अपग्रेड करने के लिए चिह्नित करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। दैनिक भास्कर ने 11 मार्च के अंक में ही आरआईटी स्थापना को लेकर खुलासा कर दिया था। आईआईटी की तर्ज पर ही आरआईटी में भी तकनीकी शिक्षा, रिसर्च व इनोवेशन पर फोकस किया जाएगा। प्रवेश में भी प्रदेश के छात्रों को मौका दिया जाएगा। आरआईटी में ही स्पेशल रिसर्च बेस्ड इन्क्यूबेशन सेंटर व सेंटर ऑफ एक्सीलेंस भी बनाए जाएंगे।




11 मार्च को प्रकाशित from छात्रों व शिक्षकों अनुपात भी 10:1 ही रखा जाएगा। छात्रों व शिक्षकों का अनुपात 12:1 और इंजीनियरिंग कॉलेजों में 2511 का है। आरआईटी बनाए जाने वाले संस्थानों में नए शिक्षकों की नियुक्तियां भी की जाएगी। रिसर्च के लिए भी एसोसिएट्स नियुक्त किए जाएंगे। इंफ्रास्ट्रक्चर को डवलप करने के बाद में आरआईटी काउंसिल, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, सीनेट, फाइनेंस कमेटी, बिल्डिंग एंड वर्क्स कमेटी बनाई जाएगी। फिर डायरेक्टर और रजिस्ट्रार नियुक्त किए जाएंगे। प्रारंभिक वित्त की व्यवस्था सरकार करेगी। प्रदेश में आरआईटी स्थापित करने के लिए कमेटी बनाई गई थी।



कमेटी के अध्यक्ष एमबीएम विवि के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार शर्मा रहे। इसके अलावा कमेटी में एमबीएम विवि के प्रोफेसर एसके सिंह, सीएसआईआर चंडीगढ़ के निदेशक डॉ शांतनु भट्टाचार्य, उदयपुर कृषि एवं तकनीकी विश्वविद्यालय के डॉ महेश कोठारी, राजस्थान तकनीकी विवि कोटा के परीक्षा नियंत्रक धीरेंद्र माथुर कमेटी को शामिल किया गया था।



" आईआईटी की तर्ज पर 10 आरआईटी स्थापना को लेकर कमेटी ने ड्राफ्ट दिया था। इनमें से 3 को स्थापित करने की घोषणा कर दी गई है। इससे राजस्थान के स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिलेगा।

- प्रो. अजय कुमार शर्मा, ड्राफ्ट कमेटी अध्यक्ष

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