बजट में अजमेर के लिए खास सौगात IIT के लिए नहीं जाना होगा बाहर
Jul 11
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बजट में अजमेर की छलांग
आरआईटी में अजमेर के इंजीनियरिंग कॉलेज का भी नाम, अब बदलेगी तस्वीर
जयपुर की एमएनआईटी की तर्ज पर विकसित होगा
अजमेर का आरआईटी, एआई सहित नए कोर्स आएंगे
अजमेर का राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज निकट भविष्य में राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आरआईटी) बनेगा। राज्य सरकार की बजट घोषणा के बाद यह तय हो गया है। आरआईटी का विकास जयपुर की एमएनआईटी की तर्ज पर होगा।
आरआईटी बन जाने के बाद स्टूडेंट्स को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इंजीनियरिंग
सहित विभिन्न नए कोर्स पढ़ने को मिलेंगे। हॉस्टल और टीचर्स के क्वार्टर बन जाने
से रिसर्च का काम अधिक हो सकेगा।
स्टूडेंट्स का ठहराव भी बढ़ेगा।
मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जयपुर (एमएनआईटी) है। यह संस्थान राष्ट्रीय स्तर का है। राज्य सरकार ने अब इसी तर्ज पर राज्य स्तर में भी प्रौद्योगिकी संस्थान विकसित करने का निर्णय लिया है। यह अजमेर के लिए गौरव की बात है। पहले चरण में ही अजमेर का नाम शामिल हुआ है।
दो साल पहले साइबर सिक्योरिटी कोर्स शुरू हुआ, 40 छात्र रिसर्च भी कर रहे
अजमेर का राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज 1997 में बना था विभिन्न वर्षों में विकास की विभिन्न धाराओं को देखने के बाद अब इस कॉलेज के उत्थान का बड़ा मोड़ आया है। स्टाफ और स्टूडेंट्स भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि उनका कॉलेज राज्य स्तर पर प्रमुख तीन बेस्ट शिक्षण संस्थानों में शुमार हो गया है। वर्तमान में कॉलेज में बीटेक और एमटेक के कोर्सेज के साथ ही रिसर्च वर्क भी चल रहा है। 10 स्टूडेंट्स रिसर्च कर चुके हैं। 40 और स्टूडेंट्स रिसर्च कर रहे हैं
आरआईटी बनने के बाद स्टूडेंट्स को कई फायदे
1. राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार के अच्छे अवसर
2. शोध के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर
3. हॉस्टल सुविधा से कार्यशैली पर असर ।
4. स्टूडेंट्स कॉलेज के फिक्स टाइम के अलावा भी अपना प्रोजेक्ट तथा अन्य अच्छे
कार्य कर सकेंगे।
बदलाव अजमेर को बहुत आगे ले जाएगा।
इंजीनियरिंग कॉलेज एट ए ग्लांस (कुल स्टूडेंट-2000)
1. बीटेक में ये कोर्स पढ़ा रहे कंप्यूटर इंजीनियरिंग साइंस, इलेक्ट्रॉनिक और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (साइबर सिक्योरिटी) मुख्य कोर्स
2. एमटेक में ये कोर्स संचालितः एमटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, एमटेक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, एमटेक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, एमटेक डिजिटल कम्युनिकेशन, एमटेक वीएलएस आई (डिजाइन एंड बेडेड सिस्टम), एमटेक पावर सिस्टम, एमटेक रिन्युएबल एनर्जी, एमटेक प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, मास्टर्स इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) और मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए)
3. पीएचडी 10 स्टूडेंट्स रिसर्च कर चुके हैं, 40 अभी कर रहे हैं।
हॉस्टल सुविधाः स्टूडेंट्स व टीचर कैंपस में ही रह सकेंगे
आरआईटी का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि स्टूडेंट्स के लिए हॉस्टल सुविधा मिल सकेगी। इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रम के लिए हॉस्टल का होना बहुत जरूरी है। अभी 2 हजार स्टूडेंट में से केवल कुछ लड़कियां ही हॉस्टल में रह रही हैं। स्टूडेंट कॉलेज से दूर किराए पर रहते हैं, ऐसे में उन्हें घर जाने की जल्दी रहती है। हॉस्टल बन जाने से स्टूडेंट्स कैंपस में ही रह सकेंगे। स्टाफ क्वार्टर भी बन जाएंगे तो स्टाफ भी हर समय उपलब्ध रहेगा। एमएनआईटी में यही सुविधा है इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि कॉलेज का परिणाम और बेहतर होगा। दो साल पहले साइबर सिक्योरिटी ब्रांच शुरू की थी। 60 सीटें आवंटित हुई थीं। उसमें भी काफी आवेदन मिले। राजस्थान में एडमिशन के मामले में अजमेर का इंजीनियरिंग कॉलेज नंबर वन पर है, हॉस्टल बन जाएंगे तो एडमिशन के लिए क्यू लगेंगी।