फोरेंसिक साइंस, एक ऐसा क्षेत्र है जो विज्ञान और आपराधिक न्याय के क्षेत्रों को जोड़ता है। यह अपराधों को सुलझाने और कानूनी प्रणाली में योगदान देने में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए एक दिलचस्प और
प्रभावशाली करिअर ऑप्शन है। जिन छात्रों ने अपनी 12वीं कक्षा पूरी कर ली है, उनके लिए फोरेंसिक साइंस में करिअर बनाना फायदेमंद हो सकता है। इसमें आप विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों, फोरेंसिक प्रयोगशालाओं
और निजी संगठनों में काम कर सकते हैं।
फोरेंसिक साइंस क्या है?
फोरेंसिक साइंस में अपराधों की जांच और भौतिक साक्ष्यों का विश्लेषण करने के लिए वैज्ञानिक सिद्धांतों और तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें फोरेंसिक जीव विज्ञान, केमिस्ट्री, टॉक्सिकोलॉजी, ओडोंटोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी और डिजिटल फोरेंसिक सहित विषयों की पढ़ाई कराई जाती है। फोरेंसिक वैज्ञानिक अपराधों को सुलझाने, पीड़ितों की पहचान करने और अदालत में इस्तेमाल किए जा सकने वाले सबूत प्रदान करने में मदद करते हैं। इस क्षेत्र में पढ़ाई के अवसर छात्रों को फोरेंसिक साइंस या उससे संबंधित क्षेत्र में यूजी की डिग्री करनी जरूरी है। जिन छात्रों ने 12वीं साइंस विषय से की है, इसकी पढ़ाई कर सकते हैं। यूजी के बाद छात्र फोरेंसिक साइंस के स्पेशलाइज्ड फील्ड जैसे फोरेंसिक टॉक्सिकोलॉजी, फोरेंसिक एंथ्रोपोलॉजी, या डिजिटल फोरेंसिक में स्पेशलाइज्ड पीजी या डिप्लोमा कोर्स का विकल्प भी चुन सकते हैं।