Chapter-4
कार्बन एंव उसके यौगिक
कार्बन कि विशेषताएँ :-
⇒ कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 होता है। और इसे "C" से दर्शाते है।
⇒ कार्बन की ज्यामिति सम चतुष्कफलकीय होती है।
⇒कार्बन की संयोजकता चार होती āहै एवं यह अपनी चारों संयोजकत्ता को पूरी करने के लिए यौगिकों के साथ एकल, द्वि, एंव त्रिबंध बनाकर अणुओं का निर्माण करते है।
कार्बन के तीन प्राकृतिक समस्थानिक carbon-12 (C), carbon-13 (C13), and carbon-14 (C14)
कार्बन में आबन्ध - सहसंयोजी आबन्ध प्रकार का होता है जिससे यह इसे तत्वों के साथ बंध बना लेता है जो सहसंयोजी बंध बनाते है
सहसंयोजी आबन्ध किसे कहते है ?
दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन के एक युग्म ( दो एलेक्ट्रॉनों का जोड़ा ) की साझेदारी के द्वारा बनने वाले आबन्ध, सहसंयोजी आबन्ध कहलाते है।
गुण :- ⇒ इनका अन्तराअणुक बल कम होता है
⇒ गलनांक एवं क्वथनांक कम होते है।
⇒ विद्युत के कुचालक होते है।
कार्बन के अपरररूप :-
किसी तत्व के वे भिन्न रूप जिनके रासायनिक गुणधर्म एक समान होते है जबकि भौतिक गुणधर्म भिन्न-भिन्न होते है , अपररूप" कहलाते है।
# हीरा -:
⇒ हीरे में कार्बन का प्रत्येक परमाणु के चार अन्य परमाणुओं के साथ आबंधित होकर एक कठोर त्रिआयामी चतुष्फलकीय संरचना का निर्माण करता है।
⇒ यह कार्बन का अतिशुद्ध रूप है।
⇒ यह विद्युत का कुचालक होता है।
⇒ शुद्ध कार्बन को अत्यधिक उच्च