Chapter-1
रासायनिक अभिक्रियाएँ एंव समीकरण
रासायनिक समीकरण :- किसी रासायनिक अभिक्रिया को अभिकारकों एंव उत्पादों के प्रतीकों व रासायनिक सूत्रों का प्रयोग करके प्रदर्शित करना रासायनिक समीकरण कहलाता है।
जैसे:- Zn + H2S04→ZnSO4 + H2
अभिकारक :- ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेते है। अभिकारक कहलाते है।
जैसा:- Zn + H2S04
उत्पाद :- ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के सम्पूर्ण होने पर प्राप्त होते है। उत्पाद कहलाते है।
जैसे:- ZnSO4 + H2
सन्तुलित रासायनिक समिकरण :-
वह रासायनिक समिकरण जिसमें विभिन्न तत्वों के परमाणुओं की संख्या अभिकारक व उत्पाद दोनो पक्षों में समान होती है। सन्तुलित रासायनिक समिकरण कहलाता है।
जैसे:-3Fe + 4H20→Fe304 + 4H2
2H2 +O2→2H2O
रासायनिक अभिक्रियाओ के प्रकार :- रासायनिक अभिक्रियाएँ निम्न प्रकार की होती है।
संयोजन अभिक्रियाँ / संयुग्मन अभिक्रियाँ / योगात्मक अभिक्रियाँ
वियोजन अभिक्रियाँ / अपघटन अभिक्रियाँ
उष्माक्षेपी अभिक्रियाँ
उष्माशोषी अभिक्रियाँ
विस्थापन अभिक्रियाँ
द्विविस्थापन अभिक्रियाँ
उपचयन अभिक्रियाँ / ऑक्सीकरण अभिक्रियाँ
अपचयन अभिक्रियाँ
रेडॉक्स अभिक्रियाँ । उपचयन- अपचयन अभिक्रिया
संयोजन अभिक्रियाँ :- इस अभिक्रियाँ में दो या दो से अधिक अभिकारक मिलकर एकल उत्पाद का निर्माण करते है। ऐसी अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रियाँ कहते है।
उदाहरण-
(1) कोयले का दहन :- C+O2→CO2
(2) जल का निर्माण :- 2H2 +02→2H20
(3) गन्धक का दहन S+02→SO2
(4) कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड का निर्माण :- CaO + H20 →Ca(OH)2
वियोजन अभिक्रिया :- वह अभिक्रिया जिसमें एकल अभिकर्मक डटकर दो या दो से अधिक उत्पाद बनाता है। उसे वियोजन अभिक्रिया कहते है।
उदाहरण :-
(i) फेरस सल्फेट की वियोजन अभिक्रिया
2FeSO4 → Fe203 + SO2 + SO3
CaCO3
संगमरमर का सुत्र होता है।
(ii) कैल्सियम कार्बोनेट की वियोजन अभिक्रिया
CaCO3→ CaO + CO2
(iii) सिल्वर ब्रोमाइड भी एक प्रकार की वियोजन अभिक्रिया है।
2 AgBr →2 Ag + Br2
⇒ इस अभिक्रिया का उपयोग श्याम - श्वेत फोटोग्राफी में किया जाता है।
उष्माक्षेपी अभिक्रियाँ:- वह अभिक्रियाँ जिसमें उष्मा ऊर्जा के रूप में उत्सर्जीत होती है। उसे उष्माक्षेपी अभिक्रियाँ कहते है।
उदाहरण :-
(1) प्राकृतिक गैस का दहन
CH4 + 2O2→CO2 + 2H2O + ऊर्जा
(ii) श्वसन एक उष्माक्षेपी अभिक्रियाँ है
मनुष्य को जीवित रहने के लिए हमें ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह ऊर्जा हमें भोजन से प्राप्त होती है। पाचन क्रिया के समय खाद्य पदार्थो में टूट जाते है। जैसे चावल, आलू तथा ब्रेड में कार्बोहाइड्रेट होता है। कार्बोहाइड्रेट के टूटने से ग्लूकोज प्राप्त होता है। यह ग्लूकोज हमारे शरीर की कोशिकाओं में उपस्थित ऑक्सीजन